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राजा उत्तानपाद का विवाह एक अति सुंदर कन्या से हुआ था। वह अपनी पत्नी से बहुत प्यार करते थे । उनकी पत्नी का नाम सुनीति था। कई वर्ष बीत गए लेकिन उनके कोई संतान उत्पन्न नहीं हुई । ...Read more
कुंभकरण रामायण का एक मुख्य पात्र था। कुंभ का अर्थ घड़ा करण का अर्थ कान बचपन से ही बड़े कान होने के कारण उनका नाम कुंभकर्ण रखा गया था। वह ऋषि विश्रवा और राक्षसी के केकसी का पुत्र तथा लंका के राजा रावण का छोटा भाई था। ...Read more
शुक्राचार्य राक्षसों के गुरु थे उनके पिता का नाम भृगु ऋषि और माता का नाम ख्याति था। शुक्राचार्य को एकाक्ष भी कहा जाता है। शुक्राचार्य का बचपन का नाम उशना था। एकाक्ष का अर्थ होता है एक आंख वाला अर्थात शुक्राचार्य ...Read more
चारों वेद छह शास्त्रों का ज्ञाता था आज भी लंका में रावण की पूजा की जाती है। रावण त्रिलोक विजय था वहां पराक्रमी था ...Read more
जानिए कौन थे महाभारत के दानवीर योद्धा कर्ण के पिता कौन थे उनके गुरु ? कैसे मृत्यु हुई इनकी ? ...Read more