03 June, 2021 | Views - 1864 |
हिमाचल की ऐसी एक ऐसी शख्सियत जिसने बहुत ही काम समय में दौलत शौहरत और नाम बेश्मुर कमाया लेकिन इसके लिए न कभी किसी के आगे झुके न कभी राजनीति का दामन थमा, कोई नौकरी नहीं की और न ही रहिस घराने से सम्बन्ध रखते थे उसके बावजूद महज 20 सालों में खरीद दी 1|40 करोड़ की रेंज रोवर | कैसे कर लिया इतना मुकाम हासिल ?
1997 से पहले का जीवन
हम बात कर रहे है हिमाचल के प्रसिद्ध बागबान श्रा रीम लाल चौहान जी की जो हिमाचल में शिमला जिला के कोटखाई के रहने वाले है l ये मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते थे l परिवार में ये 7 भाई है l इनका कहना है कि वर्ष 1981 से लेकर 1997 तक उन्होंने महाराष्ट्र में सन्तरा कारोबारी के साथ कमीशन एजेंट के रूप में काम शुरू किया जिससे इतनी कमाई हो जाती थी कि घर का गुजरा चल पड़ता था l लेकिन ईनकी सोच बहुत बड़ी थी | इनका कहना है आनन्द एक आभास है जिसे हर कोई ढूंड रहा है दुःख एक अनुभव है जो आज हर एक के पास है फिर भी जिंदगी में वही कामयाब है जिस को खुद पर विश्वास है | मतलब ये कि वर्ष 1997 में ये सब कुछ छोड़ कर अपने गाँव लौटे l जिस उम्र में लोग ये कहते है कि अब कुछ नया करने की उम्र तो बच्चों की है हमारी तो आधी जिंदगी गुजर चुकी यानि 38 साल के थे जब अपना काम छोड़ अपने गाँव लौटे थे और उस समय ये जीरो थे या यूँ कहिये की जीरो से भी निचे थे क्योंकि परिवार भी तो चलाना था |
सात भाइयों में बंटवारे के बाद इनके हिसे लगभग 10 बीघा जमीन आई | अब उस जमीन पे जो सेब के फलदार पौधे थे काट दिए | अब कुछ नया करना था कुछ बड़ा करना था | अब उन पौधों पर नई किस्मों के सेब की कलमें की गई और फिर जो हुआ वो इतिहास बन गया |
वर्तमान जीवन
आज इनकी सालाना कमाई 1 करोड़ से भी ज्यादा होती है | आज इनके पास 4000 से भी ज्यादा फलदार सेब के पौधे है जो अलग अलग 25 वेरिटीयों के है, साथ ही 18 वेराइटियाँ नाशपाती की है | और सम्मान की बात करें तो रास्ट्रीय सतर पर 8 बार और राज्य सतर पर 140 बार पुरस्कृत किया गया है |
दिसम्बर 2018 में 1 करोड़ 40 लाख की रेंज रोवर खरीदी इसमें 47 लाख रूपये आयात शुल्क, टैक्स, रजिस्ट्रेशन, और इंशोरेंस के चुकता किये और घर की बात करें तो आलिशान मकान | इतनी शानों शौकोत के बाद भी बगोचों में खुद काम करना पसंद करते है | दूर दूर से इनके बगीचों को देखने व् इनके काम करने के तरीकों को सिखने के लिए लोग आते है | घर आये मेहमानों का सदभाव पूर्ण स्वागत करते है और उनके सवालों का सादगी से जवाब देते है | आज इनके पास हर वो चीज है जिसके हर आदमी सपने देखता है | और ये ऐसे ही सपने किसी के भी पुरे हो सकते है, जरूरत होती है तो बस उन सपनों के लिए जीतोड़ मेहनत करने की |
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